न्यायिक पुनरावलोकन का अर्थ, परिभाषा एवं महत्व
न्यायिक पुनरावलोकन के बारे में अनेक विद्वानों ने अलग अलग परिभाषाएं दी हैं जो इसका अर्थ स्पष्ट करती है। साधारण रूप में तो न्यायिक पुनरावलोकन न्यायपालिका की वह शक्ति है जिसके द्वारा वह कार्यपालिका व विधायिका के उन कानूनों तथा आदेशों को असंवैधानिक घोषित कर सकती है जो संविधान के आदर्शों के विपरीत हों। न्यायिक… Read More »