मानवेन्द्र नाथ राय के राजनीतिक विचार
2. मार्क्सवाद के आलोचक के रूप में – 1930 के बाद मानवेन्द्र नाथ राय ने रूढ़िवादी मार्क्सवाद की आलोचना करनी शुरू कर दी और उसमें अपेक्षित सुधारों की बात कही, उसने 1930 से पहले मार्क्स के राज्य सम्बन्धी विचारों में जो अपनी आस्था व्यक्त की थी, भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम को भी वर्ग-संघर्ष व्यक्त का ही… Read More »